Tuesday, July 29, 2008

कूप मंडूक


7 comments:

शोभा said...

बहुत बढ़िया।

बालकिशन said...

बेहतरीन व्यंग्य.

Advocate Rashmi saurana said...

bhut sahi.

राजीव रंजन प्रसाद said...

कूप मंडूकता पर करारा व्यंग्य है...काश हमारी व्यवस्था संवेदनशील होती।


***राजीव रंजन प्रसाद

Udan Tashtari said...

सटीक!

राज भाटिय़ा said...

वाह क्या बात हे, धन्यवाद

vipinkizindagi said...

बहुत सटीक व्यंग्य