जगजीत की एक ग़ज़ल भी है ना भाई -तुमने बदले हमसे गिन गिन के लिए दिन गिने जाते थे इस दिन के लिए
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जगजीत की एक ग़ज़ल भी है ना भाई -
तुमने बदले हमसे गिन गिन के लिए
दिन गिने जाते थे इस दिन के लिए
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